परिचय
पनवेल के निवासी योगेश भूतडा ने अपनी मेहनत और सही निर्णयों के बल पर डेयरी व्यवसाय में सफलता प्राप्त की है। 2019 में केवल आठ देसी गायों से शुरू किए गए उनके व्यवसाय ने आज 100 से अधिक गायों तक विस्तार कर लिया है। इस व्यवसाय ने उन्हें 1.5 करोड़ रुपये का टर्नओवर प्राप्त कराया है। उनके इस सफर में उनकी मेहनत, रणनीतिक निर्णय और महिंद्रा ट्रैक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
शुरुआती सफर: डेयरी व्यवसाय का निर्णय और चुनौतियाँ
योगेश भूतडा पनवेल के एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार से आते हैं। उन्हें खेती और पशुपालन में रुचि थी, लेकिन यह क्षेत्र काफी प्रतिस्पर्धी और परिश्रम का था। जब उन्होंने डेयरी व्यवसाय शुरू करने का फैसला किया, तो उन्होंने बाजार, दूध बिक्री प्रणाली और प्रबंधन का अध्ययन किया।
शुरुआत में, उन्होंने केवल आठ देसी गायों को चुना क्योंकि उनका दूध अधिक पोषणयुक्त होता है और इसकी बाजार में अच्छी मांग होती है। हालांकि, गायों की देखभाल, दूध उत्पादन, पशु आहार की लागत और बाजार में प्रतिस्पर्धा जैसी समस्याओं ने उन्हें कई चुनौतियों का सामना करने पर मजबूर किया।
महिंद्रा ट्रैक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका
डेयरी व्यवसाय में चारे की बड़ी आवश्यकता होती है। शुरू में, योगेश को चारा काटने, परिवहन और प्रबंधन के लिए अधिक खर्च करना पड़ता था। इस समस्या को हल करने के लिए, उन्होंने महिंद्रा ट्रैक्टर का उपयोग शुरू किया। महिंद्रा 575 DI XP PLUS ट्रैक्टर की मदद से उन्होंने खेती के कार्यों को तेजी से पूरा करना संभव बनाया। इस ट्रैक्टर का उपयोग घास काटने, चारे के परिवहन और अन्य कृषि कार्यों में किया गया, जिससे काम की गति और उत्पादन क्षमता में वृद्धि हुई।
डेयरी प्रबंधन और आधुनिक तकनीकों का उपयोग
योगेश भूतडा ने डेयरी व्यवसाय में पारंपरिक विधियों के साथ आधुनिक तकनीकों का भी प्रभावी उपयोग किया। इनमें प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
- गायों का स्वास्थ्य प्रबंधन:
- नियमित टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच
- संतुलित आहार प्रबंधन
- स्वच्छ और स्वस्थ डेयरी शेड प्रबंधन
- दूध उत्पादन और प्रसंस्करण:
- ग्राहकों को सीधे दूध की आपूर्ति
- स्थानीय बाजारों में बिक्री के साथ ऑनलाइन डिलीवरी प्रणाली का विकास
- घी, दही, पनीर आदि उत्पाद बनाकर बिक्री में वृद्धि
- चारे का उत्पादन:
- ट्रैक्टर की मदद से बड़े पैमाने पर चारे का उत्पादन किया
- उच्च गुणवत्ता वाले चारे से दूध उत्पादन बढ़ा
- बाहरी चारे की खरीद की लागत बचाई
- पानी और स्वच्छता प्रबंधन:
- आधुनिक तकनीकों से स्वच्छ जल आपूर्ति
- नियमित डेयरी शेड की सफाई और ऑटोमेटिक वॉशिंग सिस्टम की स्थापना
बाजार और बिक्री प्रणाली
डेयरी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए सही बिक्री और वितरण प्रणाली का होना आवश्यक है। योगेश भूतडा ने ग्राहकों तक सीधे पहुँचने के लिए विभिन्न विकल्प अपनाए:
- सीधे ग्राहकों को बिक्री:
- शुद्ध देसी दूध सीधे ग्राहकों को वितरित किया
- ब्रांडिंग और मार्केटिंग के जरिए विश्वास बढ़ाया
- स्थानीय दुकानों के साथ साझेदारी:
- स्थानीय डेयरी विक्रेताओं के साथ अनुबंध कर नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की
- ऑनलाइन बिक्री:
- सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के माध्यम से ग्राहकों से सीधा संपर्क किया
- नियमित ग्राहकों के लिए सदस्यता योजना शुरू की
सफलता और आर्थिक प्रगति
आज योगेश भूतडा का व्यवसाय 100 से अधिक गायों तक बढ़ चुका है और उनका वार्षिक टर्नओवर 1.5 करोड़ रुपये तक पहुँच चुका है।
- डेयरी और दुग्ध उत्पादों से उन्हें अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा है।
- उन्होंने अपने चारे का स्वयं प्रबंधन करके उत्पादन लागत को काफी हद तक कम किया है।
- दूध और दुग्ध उत्पादों की बिक्री में लगातार वृद्धि हो रही है।
- आधुनिक तकनीकों और बेहतर देखभाल से दूध उत्पादन में वृद्धि हुई है।
भविष्य की योजनाएँ और विस्तार रणनीति
योगेश भूतडा अब अपने व्यवसाय को और अधिक बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं:
- डेयरी प्रसंस्करण उद्योग:
- दही, घी, चीज आदि उत्पादों का उत्पादन बढ़ाना
- स्थानीय और राष्ट्रीय बाजार में विस्तार
- गायों की संख्या में वृद्धि:
- अधिक गायें खरीदकर दूध उत्पादन को दोगुना करना
- तकनीक का अधिकतम उपयोग:
- स्वचालित दुग्ध संग्रहण प्रणाली की स्थापना
- स्मार्ट फीडिंग और स्वास्थ्य मॉनिटरिंग सिस्टम अपनाना
- इको-फ्रेंडली खेती:
- जैविक खेती तकनीकों को अपनाना
- गोबर का उपयोग खाद और बायोगैस उत्पादन में करना
अन्य किसानों के लिए प्रेरणा
योगेश भूतडा ने यह साबित किया है कि मेहनत, सही निर्णय और आधुनिक तकनीकों का प्रभावी उपयोग करके किसी भी किसान को डेयरी व्यवसाय में बड़ी सफलता मिल सकती है। उनके इस सफर में महिंद्रा ट्रैक्टर ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
किसानों के लिए उनका संदेश: “संकल्प, मेहनत और आधुनिक साधनों का सही उपयोग किया जाए तो सफलता निश्चित है!”
निष्कर्ष
योगेश भूतडा की कहानी सिर्फ डेयरी व्यवसाय में सफलता की नहीं, बल्कि मेहनत के बल पर बड़े सपने पूरे करने की प्रेरणादायक कहानी है। उनका व्यवसाय न केवल आर्थिक लाभ दे रहा है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहा है। खेती और पशुपालन में नए प्रयोग करके सफल व्यवसाय खड़ा करने का यह एक बेहतरीन उदाहरण है।
यदि आप भी डेयरी या खेती व्यवसाय में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आधुनिक तकनीकों को अपनाएँ और अपने सफलता का मार्ग स्वयं तय करें!
