जयपुर: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने मूंगफली उत्पादक किसानों को बड़ी राहत देते हुए उनके लिए मूंगफली खरीद की समय सीमा बढ़ाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सरकार ने प्रदेशभर के किसानों से मूंगफली की खरीद को आगामी 28 फरवरी तक बढ़ा दिया है। पहले यह तिथि 15 फरवरी निर्धारित थी, लेकिन अब किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अतिरिक्त 13 दिन मिल गए हैं। इस निर्णय से प्रदेश के लाखों किसान अपने उत्पाद को सरकार को बेचने के लिए अधिक समय पा सकेंगे, जिससे उन्हें राहत मिली है।
133,296 किसान हुए पंजीकृत, 2058 करोड़ रुपये की खरीद
राजस्थान में इस साल मूंगफली की शानदार फसल हुई है, और सरकार ने पहले ही 133,296 किसानों को पंजीकरण करने की अनुमति दी थी। अब तक राज्य सरकार द्वारा 2058 करोड़ रुपये की मूंगफली खरीदी जा चुकी है। यह आंकड़ा इस बात का संकेत है कि किसानों ने सरकारी खरीद से अच्छे दाम प्राप्त किए हैं और सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसान अपनी फसल बिना किसी समस्या के बेच सकें।
खरीद की तारीख में बढ़ोतरी से किसानों में खुशी
राज्य सरकार के इस निर्णय से किसानों में खुशी का माहौल है। सरकार के इस कदम से उन किसानों को भी फायदा हुआ है जिन्होंने अपनी मूंगफली को समय पर नहीं बेचा था या जिनके पास उपज बेचना बाकी था। नई तिथि के अनुसार अब किसान 28 फरवरी तक अपनी मूंगफली सरकार को बेच सकते हैं। इससे कृषि क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों के लिए एक स्थिर बाजार बनेगा, जो उन्हें बेहतर दाम दिलाने में मदद करेगा।
भारत सरकार से मिली स्वीकृति के बाद बढ़ी समय सीमा
सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक ने बताया कि राज्य सरकार ने भारत सरकार से खरीद की अवधि को बढ़ाने का अनुरोध किया था, जिसे भारत सरकार ने मान लिया है। इस निर्णय के बाद राज्य सरकार ने 28 फरवरी तक मूंगफली की खरीद का समय बढ़ा दिया है। इससे पहले किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए केवल 15 फरवरी तक का समय दिया गया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 28 फरवरी कर दिया गया है।
नए पंजीकरण की सुविधा नहीं, लेकिन पुराने पंजीकृत किसानों को मिलेगी राहत
गौतम कुमार दक ने स्पष्ट किया कि यह समय वृद्धि केवल पहले से पंजीकृत किसानों के लिए है। नए पंजीकरण की अनुमति नहीं होगी, लेकिन जो किसान पहले ही पंजीकृत हो चुके हैं, उन्हें 28 फरवरी तक अपनी मूंगफली बेचने का अवसर मिलेगा। यह निर्णय उन किसानों के लिए एक बड़ा फायदा साबित होगा जो पहले किसी कारणवश अपनी फसल नहीं बेच पाए थे।
अधिकारियों को दी गई सख्त निर्देश
मंत्री दक ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी पंजीकृत किसानों की तुलाई सही तरीके से की जाए। किसानों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए तुलाई केंद्रों पर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखा जाए। सरकार ने किसानों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं, ताकि कोई भी किसान अपनी फसल बेचने से वंचित न रहे।
सरकारी खरीद के अलावा, खुले बाजार में भी मिल सकते हैं अच्छे दाम
राज्य सरकार का यह निर्णय किसानों को सरकारी खरीद के अतिरिक्त विकल्पों का लाभ देने का भी संकेत है। किसान खुले बाजार में भी अपनी उपज बेच सकते हैं, जहां कीमतें कभी-कभी सरकारी खरीद से अधिक हो सकती हैं। हालांकि, सरकारी खरीद का फायदा यह है कि किसानों को एक स्थिर मूल्य मिलता है और उन्हें अपनी उपज को सही समय पर और बिना किसी जोखिम के बेचने का मौका मिलता है।
मूंगफली की खरीद में 13 दिन की वृद्धि से कृषि क्षेत्र में उत्साह
इस निर्णय से न केवल मूंगफली उत्पादक किसान खुश हैं, बल्कि राजस्थान के कृषि क्षेत्र में भी उत्साह का माहौल है। सरकारी खरीद के बढ़े हुए समय से किसान अब अपनी फसल को उचित मूल्य पर बेचने का पूरा अवसर प्राप्त कर पाएंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और कृषि क्षेत्र की स्थिति और मजबूत होगी।
राज्य सरकार का यह निर्णय किसानों की भलाई के लिए है, जिससे किसानों को अपनी फसल की बेहतर कीमत प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इस निर्णय से किसानों के बीच सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जो आने वाले समय में कृषि क्षेत्र को और भी सशक्त बनाएगा।
