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Mansoon > Blog > Blog > गाय पालन पर पाएं 80 हजार रुपये तक की सब्सिडी: जानें आवेदन प्रक्रिया और लाभ
BlogHigh-Profit Farming

गाय पालन पर पाएं 80 हजार रुपये तक की सब्सिडी: जानें आवेदन प्रक्रिया और लाभ

mansoon.info
Last updated: 2025/03/01 at 10:49 PM
By mansoon.info

डेयरी फार्मिंग अनुदान: किसानों के लिए सरकार की विशेष योजना

भारत में डेयरी फार्मिंग एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि है, जो लाखों किसानों की आय का प्रमुख स्रोत है। राज्य सरकारें इसे बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएँ लागू कर रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने और स्वदेशी नस्लों की गायों को बढ़ावा देने के लिए नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत किसानों को 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी देने की घोषणा की है। यह अनुदान अधिकतम 80,000 रुपये तक हो सकता है, जिससे किसानों को आधुनिक डेयरी व्यवसाय अपनाने में मदद मिलेगी।

Contents
डेयरी फार्मिंग अनुदान: किसानों के लिए सरकार की विशेष योजनानंद बाबा दुग्ध मिशन का उद्देश्यकिन गायों की खरीद पर मिलेगा अनुदान?कितनी सब्सिडी मिलेगी?आवेदन करने की प्रक्रियागाय पालन से किसानों को क्या लाभ होगा?अन्य शर्तें और बीमा की अनिवार्यतायोजना से जुड़ी महत्वपूर्ण तिथियाँनिष्कर्ष

नंद बाबा दुग्ध मिशन का उद्देश्य

उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल किसानों को आत्मनिर्भर बनाने, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और देशी नस्लों को संरक्षित करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत किसानों को स्वदेशी गायों की खरीद पर सब्सिडी दी जा रही है, ताकि वे डेयरी फार्मिंग को एक सफल व्यवसाय के रूप में अपना सकें। यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और किसानों को स्थायी आय का स्रोत प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

किन गायों की खरीद पर मिलेगा अनुदान?

नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत किसानों को निम्नलिखित स्वदेशी नस्लों की गाय खरीदनी होगी:

  1. गिर गाय – यह नस्ल अधिक दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है और कठोर जलवायु में भी बेहतर प्रदर्शन करती है।
  2. साहीवाल गाय – यह नस्ल कम खर्चे में अधिक दूध उत्पादन करती है और भारतीय जलवायु के लिए अत्यधिक अनुकूल है।
  3. थार पारकर गाय – यह राजस्थान की प्रमुख नस्ल है, जो कम पानी और चारे में भी अच्छे दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है।

सरकार इन स्वदेशी नस्लों को बढ़ावा देकर देशी गायों की संख्या में वृद्धि और दुग्ध उत्पादन में सुधार लाना चाहती है।

कितनी सब्सिडी मिलेगी?

इस योजना के तहत किसानों को 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी। अधिकतम 80,000 रुपये तक का अनुदान निर्धारित किया गया है।

  • यदि किसी किसान को 2 लाख रुपये की लागत से गाय खरीदनी है, तो सरकार उसे 80,000 रुपये की सब्सिडी देगी।
  • किसान को शेष 60 प्रतिशत (1,20,000 रुपये) स्वयं वहन करना होगा।

आवेदन करने की प्रक्रिया

जो किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें 24 फरवरी तक अपना आवेदन जमा करना होगा। आवेदन करने के लिए निम्नलिखित विकल्प उपलब्ध हैं:

  1. मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) कार्यालय में आवेदन जमा करें।
  2. मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (सीवीओ) के कार्यालय में आवेदन दें।
  3. दुग्धशाला विकास अधिकारी के कार्यालय में संपर्क करें।
  4. डाक के माध्यम से आवेदन पत्र भेज सकते हैं।
  5. किसान स्वयं जाकर भी आवेदन जमा कर सकते हैं।

गाय पालन से किसानों को क्या लाभ होगा?

गाय पालन न केवल किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का भी अवसर देगा। इस योजना के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:

  • निश्चित आय का स्रोत – किसान दूध उत्पादन बढ़ाकर अधिक कमाई कर सकते हैं।
  • सहकारी समितियों के माध्यम से दूध बिक्री – किसान दुग्ध सहकारी समितियों से जुड़कर अपने दूध को उचित मूल्य पर बेच सकते हैं।
  • देशी नस्लों का संरक्षण – इस योजना से स्वदेशी गायों की संख्या में वृद्धि होगी।
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार – डेयरी फार्मिंग के विस्तार से गाँवों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

अन्य शर्तें और बीमा की अनिवार्यता

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस योजना के तहत किसानों को राज्य के बाहर से गाय खरीदनी होगी। इसके अलावा, कुछ आवश्यक शर्तें भी पूरी करनी होंगी:

  • गायों का बीमा कराना अनिवार्य होगा – इससे किसी भी आपदा की स्थिति में किसानों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
  • पशुओं के रहने के लिए टीन शेड बनवाना होगा – ताकि गायों को उचित देखभाल और आराम मिल सके।
  • चारा मशीन का प्रबंध करना होगा – जिससे गायों को उचित पोषण मिल सके और दूध उत्पादन बढ़े।

योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण तिथियाँ

  • आवेदन की अंतिम तिथि: 24 फरवरी
  • सब्सिडी की अधिकतम राशि: 80,000 रुपये
  • कृषक योगदान: कुल लागत का 60%
  • लाभार्थी: उत्तर प्रदेश के पात्र किसान

निष्कर्ष

उत्तर प्रदेश सरकार की यह योजना किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे वे न केवल अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं, बल्कि स्वदेशी नस्लों को बढ़ावा देकर भारतीय दुग्ध उत्पादन को भी सशक्त बना सकते हैं। यदि आप किसान हैं और गाय पालन से अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत आवेदन करें और इस सरकारी सहायता का लाभ उठाएँ।

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