राजस्थान सरकार ने पशुपालकों के हित में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना (Mukhyamantri Mangla Pashu Bima Yojana) के तहत बीमा कवरेज को दोगुना कर दिया है। अब इस योजना के अंतर्गत 42 लाख पशुओं का बीमा किया जाएगा, जो पहले के 21 लाख के लक्ष्य से दोगुना है। यह घोषणा राजस्थान की डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बजट 2025-26 पेश करते हुए की।
योजना के मुख्य लाभ
- निःशुल्क बीमा: पशुपालक अपने पशुओं का निःशुल्क बीमा करा सकेंगे, जिससे उन्हें आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।
- हानि पर मुआवजा: यदि किसी कारणवश पशु की मृत्यु हो जाती है, तो पशुपालकों को बीमा क्लेम के माध्यम से पशु की कीमत का भुगतान किया जाएगा, जिससे आर्थिक नुकसान से बचा जा सकेगा।
- कम प्रीमियम: दुधारू पशुओं (गाय, भैंस, ऊंटनी) के लिए प्रति पशु प्रीमियम दर केवल 10 रुपये से 13 रुपये रखी गई है, जो अत्यंत सस्ती और सुलभ है।
योजना के तहत किन पशुओं का होगा बीमा?
इस योजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के पशुओं का बीमा किया जाएगा, जो इस प्रकार हैं:
- दुधारू पशु: गाय, भैंस, भेड़ और बकरी (प्रत्येक के लिए 10-10 लाख पशुओं का बीमा)।
- ऊंट: 2 लाख ऊंटों का बीमा किया जाएगा।
- कुल बीमा: योजना के अंतर्गत कुल 42 लाख पशुओं को बीमा सुरक्षा दी जाएगी, जो राजस्थान के पशुपालकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।
योजना के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं पशुपालकों को मिलेगा, जो निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं:
- योजना का लाभ केवल उन पशुपालकों को मिलेगा, जिनके पास न्यूनतम 2 और अधिकतम 10 दुधारू पशु हैं।
- जिन पशुपालकों के पशुओं का पहले से बीमा है, वे इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगे।
- योजना का लाभ केवल राजस्थान के निवासी पशुपालकों को ही मिलेगा।
आवश्यक दस्तावेज
योजना का लाभ उठाने के लिए पशुपालकों को निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे:
- आवेदनकर्ता का आधार कार्ड और जन आधार कार्ड संख्या।
- आवेदनकर्ता का पशु के साथ फोटो।
- आवेदनकर्ता का बैंक खाता नंबर और आधार से लिंक बैंक खाता (यदि खाता लिंक नहीं है)।
कैसे करें आवेदन?
पशुपालक इस योजना के लिए दो प्रकार से आवेदन कर सकते हैं:
- ऑनलाइन आवेदन: अधिकृत सरकारी वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- ऑफलाइन आवेदन: नजदीकी पशुधन विभाग कार्यालय में जाकर आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।
योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। पशुओं की मृत्यु होने पर होने वाले नुकसान की भरपाई करके पशुपालकों की आय को स्थिर रखना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। यह योजना किसानों और पशुपालकों को खेती और पशुपालन के साथ जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में मदद करेगी।
योजना की विशेषताएं
- यह योजना पशुपालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई है।
- पशुओं की मृत्यु होने पर तुरंत मुआवजा दिया जाएगा, जिससे पशुपालकों को आर्थिक संकट से बचाया जाएगा।
- योजना के तहत पशुपालकों को न्यूनतम प्रीमियम पर अधिकतम सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
- यह योजना राजस्थान के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
योजना के संभावित लाभ
- पशुपालन को मिलेगा बढ़ावा: योजना से पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
- आर्थिक संकट से बचाव: बीमा के माध्यम से पशुपालक प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना या अन्य कारणों से होने वाली हानि से बच सकेंगे।
- पशु स्वास्थ्य में सुधार: योजना से पशुपालक अपने पशुओं की देखभाल में अधिक ध्यान देंगे, जिससे पशु स्वास्थ्य बेहतर होगा।
- राज्य की दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि: योजना से दुधारू पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, जिससे दूध उत्पादन में वृद्धि होगी।
Conclusion
मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना राजस्थान सरकार की एक अनूठी पहल है, जो पशुपालकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगी। इस योजना से न केवल पशुपालकों की आय को स्थिरता मिलेगी, बल्कि राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
